DiniMalumat

मस्जिद में दुनियावी बातों से बचें अदब और अहतराम का ख्याल रखें

आज हम बात करने जा रहे हैं मस्जिद की अज़मत और हुरमत के बारे में और एक ऐसे फ़अल के बारे में जिससे नबी ए पाक सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने मना फ़रमाया है। य…

mahfile meelad aur juloos mein गैर शरई आमाल से बचने की तालीमात

माहे रबीउल अव्वल शरीफ़ में हर उस चीज़ से बचना चाहिए बल्कि अक़्लमंदी का तक़ाज़ा यह है कि जो बातें माहे रबीउल अव्वल शरीफ़ या महाफ़िले मीलाद में ग़ैर शर…

hazrat luqman aur hazrat khizr अलैहिस्सलाम का वाकिया

हज़रत लुक़मान हकीम और हज़रत ख़िज़्र अलैहिस्सलाम का यह वाक़िया नसीहतों और हिकमत से भरपूर है यह क़िस्सा एक ऐसी दानाई का नमूना है जो अल्लाह के नेक बंदों…

Qamar dar aqrab kya hai sharai hukm मुकम्मल तहकीक जानें

क़मर दर अक़रब अस्सलामु अलैकुम आज की गुफ़्तगू का अन्वान “क़मर दर अक़रब” है। आज आप क़मर दर अक़रब के बारे में जानेंगे कि क़मर दर अक़रब क्या है और शरीअत …

Thirsty First 31 दिसम्बर और मुसलमान

रब्बुल आलमीन का एहसाने अज़ीम है कि उसने हमें अपनी सारी मख्लूकात में सबसे बेहतर यानि अशरफुल मख्लूकात बनाया। हमें सोचने समझने के लिए अक्ले सलीम अता फ़र…

जुमा का दिन मुसलमानों की हफ्तेवार ईद और नमाज़ के अहतिमाम की हिदायत और ताकीद

जुमआ के दिन का एहतमाम दोस्तों यूँ तो हमें हर नमाज़ के अहतिमाम का हुक्म दिया गया है लेकिन  जुमआ की नमाज़ के लिए खुसूसी अहतिमाम का हुक्म है। जुमआ का दिन…

जनाज़ा के अहकाम व मसाइल और उसमें शिरकत के फ़ज़ाइल व सवाब

अस्सलामु अलैकुम इस पोस्ट में जनाज़ा के मुतअल्लिक़ अहकाम व मसाइल बयान किए गए हैं कुरान मजीद की आयत अल्लाह फरमाता है फस्तबिकुल ख़ैरात ऐनमा तकूनू यअति ब…

Nisbat ek haqeeqat hai इस के बग़ैर गुज़ारा नहीं

निस्बत एक अज़ीम हक़ीक़त इस दुनिया में निस्बत बड़ी अजीब चीज़ है। निस्बत से एक मुसलमान का बेड़ा पार हो जाता है। निस्बत कामयाबी से हमकिनार करती है। इसके…

अख्लाक ए हसना नबी ए करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का हुस्न ए अख़लाक़

हुस्न ए अख़लाक़ एक ऐसी सिफ़त है जो इंसानी शख़्सियत को निखारती और मुआशरती ज़िंदगी को संवारती है नबी ए करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का अख़लाक़ ए मुबारक…

Tashhud ke aadab v fazeelat hadees pak ki roshni mein sunnat rasool ka byaan | शिर्क व बिदअत के शुब्हात का इलाज

हदीस ए पाक की रौशनी में तशहुद के आदाब व फज़ीलत पर एक नज़र: अल्लाह तबारक व तआला के फ़ज़ल ओ करम से और दरूद ओ सलाम हमारे आका ए दो जहां मुहम्मद मुस्तफ़ा …