चार नेमतें ज़िक्र दुआ शुक्र और इस्तिग़फार और इनके चार इनआमात के बारे में जानें अस्सलामु अलैकुम दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम बात करने वाले हैं चार नेमतों के बारे में के जिसको यह चार नेमतें मिल गईं तो अल्लाह उसको चार इनामात से नव…
mendak ko kyon nahin marna chahiye हदीस ए रसूल से जानें इस्लाम हर मख़लूक को अहमियत देता है और हमें अल्लाह की बनाई हर चीज़ से मोहब्बत करने की तालीम देता है। हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने न सिर्फ …
अल्लाह का ज़िक्र और फ़रिश्ता-farishton ki tasbeeh aur zikr kya hai फरिश्ता और ज़िक्र व इबादत-ए ख़ुदा फ़रिश्ता अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त की ऐसी मख्लूक़ है जिसे अल्लाह तआला ने नूर से पैदा फ़रमाया है यानी वह नूरी मख्लूक़ है…
अल्लाह का ज़िक्र और इंसान की ग़फ़लत | फ़ज़ाइल ए ज़िक्र व बरकत और इख़लास भरा वाक़िया अस्सलामु अलैकुम इस तहरीर में आप अल्लाह के ज़िक्र की फ़ज़ीलत के बारे में पढ़ेंगे कुरान मजीद सुरह बक़रह में अल्लाह फरमाता है फ़ज़कुरूनी अज़कुरकुम वशकुर…
इस्तिग़फार और तस्बीहात गुनाहों को मिटाने और रहमत पाने का ज़रिया इंसान खता का पुतला है हर शख़्स से गलती होती है कभी नज़र से कभी ज़बान से और कभी दिल से मगर अल्लाह तबारक व तआला की रहमत इस कदर वसीअ है कि अगर कोई बंदा …
ज़िक्र और अज़कार की फज़ीलत अमल जो जन्नत में ले जाएं अस्सलामु अलैकुम दोस्तों ज़िक्र और अज़कार ईमान वालों का रूहानी सहारा हैं। ये वो नेक आमाल हैं जो इंसान को अल्लाह तआला के करीब करते हैं, गुनाहों की माफी क…
achi zindagi kaise hasil karen | कुरान और हदीस की रौशनी में रहनुमाई अच्छी ज़िन्दगी कैसे हासिल हो हर इंसान की एक ख्वाहिश होती है कि उसकी ज़िन्दगी अच्छी गुज़रे। वो चैन और सुकून से जी सके उसका दिल मुतमइन रहे और उसकी आँखे…
chain aur sukoon दुनियावी खज़ानों के ढेर में नहीं अस्सलामु अलैकुम इस तहरीर में यह बताऊंगा के हमें सुकून व इत्मीनान कैसे हासिल हो और दिल का चैन और सुकून किस चीज़ में है। दोस्तों आज जब हम अपने समाज व…
सत्तर हज़ार मर्तबा कलमा पढ़ने की बरकत maa baap se azaab hat gaya कलमा की बरकत से अज़ाब से निजात मिल गई। अस्सलामु अलैकुम, फातेहा करना इसाले सवाब करना जाइज़ व मुस्तहब है, और हर नेक आमाल का सवाब भेज सकते हैं, इसाले स…
zikr e ilahi ki fazeelat zakireen ka मुक़ाम और सलाम के आदाब ज़िक्र-ए-इलाही की फज़ीलत, ज़ाकिरीन का बुलंद मुक़ाम, जन्नत की बागबानी का तरीका, और सलाम के सही आदाब पर मबनी इस्लामी तालीमात दीन-ए-इस्लाम ने अपने मानन…
Allah Ki Yaad की फज़ीलत अस्सलामु अलैकुम आज में इस पोस्ट में अल्लाह तआला की याद करने यानि ज़िकरुल्लाह की जो फ़ज़ीलत है वह बताने वाला हूँ ! खुदा को याद करने वालों की फज़ीलत ال…