ZikrKiFazilat

मुसीबतों के दरवाज़े बंद करने वाला कलिमा | Allakh ki be inteha bakhshish

इंसान खता का पुतला है हर शख़्स से गलती होती है कभी नज़र से कभी ज़बान से और कभी दिल से मगर अल्लाह तबारक व तआला की रहमत इस कदर वसीअ है कि अगर कोई बंदा …

हदीस की रोशनी में चार नेमतें और उनके चार इनामात | zikr dua shukr aur istigfar ki tafseel

चार नेमतें और उनके चार इनामात अज़ीज़ हज़रात! अल्लाह तआला का हम सब पर यह करम और इनाम है कि उसने हमें ईमान, इस्लाम और मोहब्बत-ए-रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व…

achi zindagi kaise hasil karen | कुरान और हदीस की रौशनी में रहनुमाई

अच्छी ज़िन्दगी कैसे हासिल हो हर इंसान की एक ख्वाहिश होती है कि उसकी ज़िन्दगी अच्छी गुज़रे। वो चैन और सुकून से जी सके उसका दिल मुतमइन रहे और उसकी आँखे…

Allah zikr karne wale ka zikr karta hai | तुम मुझे याद करो में तुम्हें याद करूँगा

अस्सलामु अलैकुम आप हज़रात इस तहरीर में अल्लाह के ज़िक्र की फ़ज़ीलत के बारे में पढ़ेंगे कुरान मजीद सुरह बक़रह में अल्लाह फरमाता है फज़्कुरूनी अज़्कुर्कुम वशकु…

सत्तर हज़ार मर्तबा कलमा पढ़ने की बरकत maa baap se azaab hat gaya

कलमा की बरकत से अज़ाब से निजात मिल गई। अस्सलामु अलैकुम, फातेहा करना इसाले सवाब करना जाइज़ व मुस्तहब है, और हर नेक आमाल का सवाब भेज सकते हैं, इसाले स…

अल्लाह का ज़िक्र और फ़रिश्ता-farishton ki tasbeeh aur zikr kya hai

फरिश्ता और ज़िक्र व इबादत-ए ख़ुदा फ़रिश्ता अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त की ऐसी मख्लूक़ है जिसे अल्लाह तआला ने नूर से पैदा फ़रमाया है यानी वह नूरी मख्लूक़ है…

mendak ko kyon nahin marna chahiye हदीस ए रसूल से जानें

हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु-अलैहि-वसल्लम और मेंढक इस्लाम हर मख़लूक़ को अहमियत देता है और हमें अल्लाह की बनाई हर चीज़ से मोहब्बत करने की तालीम देता है। हज…

sawab mein wazni kalmaat ज़िक्र और अज़्कार

अस्सलामु अलैकुम दोस्तों : इस पोस्ट में आप कुछ ज़िक्र अज़कार पढ़ेंगे के जिसको पढ़ने से ढेरों सवाब मिलेगा, और में उम्मीद करता हूं के इसे आपको ज़रूर फायदा हो…

Allah Ki Yaad की फज़ीलत

अस्सलामु अलैकुम आज में इस पोस्ट में अल्लाह तआला की याद करने यानि ज़िकरुल्लाह की जो फ़ज़ीलत है वह बताने वाला हूँ !  खुदा को याद करने वालों की फज़ीलत ال…