Namaz ke Faraiz फ़राइज़ ए नमाज़
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अस्सलामु अलैकुम दोस्तों, इस पोस्ट में आप जानेंगे कि नमाज़ के फ़राइज़ क्या हैं और उनकी तादाद कितनी है। साथ ही, अगर नमाज़ के दौरान फ़राइज़ में से कोई छूट जाए तो क्या नमाज़ मुकम्मल होगी या नहीं, इसके बारे में भी मालूमात हासिल करेंगे। इसके अलावा, नमाज़ के कुछ और अहम मसाइल पर भी रौशनी डालेंगे।
नमाज़ के फ़राइज़
यह वह फ़राइज़ हैं जो नमाज़ के अंदर किए जाने की वजह से दाख़िली फ़राइज़ हैं।
इन फ़राइज़ को अदा किए बिग़ैर नमाज़ होगी ही नहीं। (बहार ए शरीयत) अगर इनमें से एक काम भी जान बूझ कर (क़सदन) या भूलकर (सहवन) छूट जाए तो सजद ए सहु करने से भी नमाज़ न होगी बल्कि अज़ सर ए नौ नमाज़ (दोबारह) पढ़ना ज़रूरी है। (रद्दुल मुख़्तार)
नमाज़ के कुल 7 फ़राइज़ हस्ब ए ज़ैल हैं।
उम्मीद है कि इस पोस्ट से आपको नमाज़ के फ़राइज़ और उनके अहमियत के बारे में बेहतर समझ मिली होगी। याद रखें, इन फ़राइज़ को मुकम्मल तौर पर अदा करना आपकी नमाज़ की दुरुस्ती के लिए बेहद ज़रूरी है। अल्लाह तआला हम सबको नमाज़ को सही तरीके से अदा करने की तौफ़ीक़ अता फरमाए। अगर आपका कोई सवाल हो, तो कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं। जज़ाकल्लाहु ख़ैर।
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